यूँ ही क्यों ख़ड़े अकेले नजदीक आ जाओ! यूँ ही क्यों ख़ड़े अकेले नजदीक आ जाओ!
जो अपने लोग से मिले, शिकवे गिले अनेक मिले! जो अपने लोग से मिले, शिकवे गिले अनेक मिले!
इतना भी हिम्मत वाला नहीं हूं मैं तभी तो आज प्यार के बदले तुझे धोखा दे रहा हूं. इतना भी हिम्मत वाला नहीं हूं मैं तभी तो आज प्यार के बदले तुझे धोखा दे रहा हू...
भूलकर सारे गिले शिकवे एक बार फिर से मुस्कुरा दो न, कुछ नहीं रखा नफ़रतों में एक बार फि भूलकर सारे गिले शिकवे एक बार फिर से मुस्कुरा दो न, कुछ नहीं रखा नफ़रतों में...
मान लेते हैं कि अब से, तुम मुझे और मैं तुमको कबूल। मान लेते हैं कि अब से, तुम मुझे और मैं तुमको कबूल।
रहम मुझ पर जरा खाओ मोहब्बत है अगर मुझसे कभी मिलने चले आओ! रहम मुझ पर जरा खाओ मोहब्बत है अगर मुझसे कभी मिलने चले आओ!